Akshardham temple Gandhinagar – अक्षरधाम गांधीनगर में आया हुवा श्री स्वामीनारायण के मुख्य मंदिरों में से एक है। आइये दोस्तों यहाँ पर पुरे विस्तार से जानते है।
Akshardham Temple Gandhinagar
भारत के पश्चिम दिशा में आए हुवे गुजरात राज्य की राजधानी गांधीनगर के सेक्टर 20 में बना हुवा भगवान स्वामीनारायण का एक विशाल और सुंदर मंदिर आया हुवा है।
जिसे अक्षरधाम मंदिर से जाना जाता है।
स्वामीनारायण संप्रदाय के चौथे आध्यात्मिक उत्तराधिकारी योगीजी महाराज (1892-1971) की प्रेरणा से यह मंदिर बना हुवा है।
स्वामीनारायण संप्रदाय के पांचवे आध्यात्मिक उत्तराधिकारी प्रमुख स्वामी महाराज (1921-2016) द्वारा यह मंदिर का निर्माण कार्य करवाया गया जो 13 वर्षो में बनकर तैयार हुवा।
यह अक्षरधाम मंदिर भगवान स्वामीनारायण के जीवन और शिक्षाओं के लिए एक श्रद्धांजलि स्वरुप है।
BAPS अनुयायी श्री स्वामीनारायण को भगवान के रूप में पूजते है।
तो आइये दोस्तों भगवान स्वामीनारायण के यह विशाल और अलौकीक मंदिर के बारे में विस्तार से जानते है।
Akshardham - अक्षरधाम
दोस्तों सबसे पहले आइये हम अक्षरधाम का मतलब जानते है।
अक्षरधाम का अर्थ होता है भगवान यानि की ईश्वर का निवास। यह स्थान पवित्रता,शांति और भक्ति के रूप में जाना जाता है।
अक्षरधाम की जहाँ भगवान का निवास,पूजा और भक्ति का पवित्र स्थान,सिखने और स्वाध्याय के लिए समर्पित एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परिसर है।
हिंदू धर्म के अवतार भगवान श्री स्वामीनारायण (1781-1830) को समर्पित यह मंदिर देवताओं और महान संतो के लिए एक विनम्र श्रद्धांजलि है।
गांधीनगर में आए हुवे यह अक्षरधाम मंदिर का उद्घाटन 4 नवंबर 1992 को प्रमुख स्वामी महाराज के आशीर्वाद और दिशा निर्देशों से स्वयंसेवकों और पुरे देश से आए कुशल कारीगरों के प्रयासों के माध्यमों से किया गया था।
भगवान स्वामीनारायण के अनुयायीयों का मानना है की मोक्ष या मोक्ष प्राप्ति के बाद जिव जिसे आत्मा भी कहते है वो अक्षरधाम में चली जाती है।
Swaminarayan - स्वामीनारायण

Image Credit : Wikimedia (Niki1984)
स्वामीनारायण जिन्हे सहजानंद स्वामी के नाम से भी जाना जाता है। उनका जन्म 3 अप्रैल 1781 को और मृत्यु 1 जून 1830 हुवा था।
स्वामीनारायण का जन्म 1781 में भारत देश के राज्य उत्तरप्रदेश के एक छोटे से गांव छपैया में हुवा था जिसका बाल्यावस्था में नाम घनश्याम था।
सन 1792 में उन्होंने 11 साल की छोटी सी उम्र में घर से अकेले निकल कर पुरे भारत का सत्य और ज्ञान की खोज के लिए भ्रमण किया था।
उस भृमण के दौरान वह नीलकंठ के नाम से पहचाने लगे।
इस यात्रा के दौरान उन्होंने कल्याणकारी कार्य किये लोगों को ज्ञान दिया और 9 साल और 11 महीनों के बाद वे सन 1799 के आस पास गुजरात राज्य में स्थायी हुवे।
सन 1800 में उन्हें उनके गुरु स्वामी रामानंद द्वारा उद्धव संप्रदाय में दीक्षा दी गई और नीलकंठ को सहजानंद स्वामी नाम दिया गया।
सन 1802 में उनके गुरु ने उनकी मृत्यु से पहले उद्धव संप्रदाय का नेतृत्व सहजानंद स्वामी को सौंप दिया।
सहजानंद स्वामी ने एक सभा का आयोजन किया जहाँ उन्होंने सौ प्रथम स्वामीनारायण मंत्र सिखाया। वह एक तपस्वी थे जिनके जीवन और शिक्षाओं ने लोगों को जीने की एक राह दिखाई।
इस कारन वह स्वामीनारायण से पहचाने जाने लगे और उद्धव संप्रदाय स्वामीनारायण संप्रदाय के रूप में पहचाना जाने लगा।
Akshardham History

Pramukh Swami Maharaj, Image Credit : Wikimedia (BAPS)
अक्षरधाम मंदिर का शिलान्यास समारोह 14 दिसंबर 1979 को प्रमुख स्वामी द्वारा किया गया था और मंदिर की नींव 1981 में पूरी हुई थी।
मंदिर की संरचना 1985 में पूरी हो गयी थी लेकिन प्रदर्शनी हॉल और अन्य बांधकाम अगले तीन साल में सन 1988 पूरा किया गया।
अक्षरधाम के पूर्ण परिसर का उद्घाटन 4 नवंबर 1992 को किया गया था।
Akshardham Gandhinagar Architecture - अक्षरधाम बनावट

Image Credit : Wikimedia (BAPS)
अक्षरधाम मंदिर करीब 23 एकड़ परिसर के केंद्र में बना हुवा है।
इस मंदिर को बनाने के लिए करीब 6000 मेट्रिक टन गुलाबी बलुआ पत्थर राजस्थान से लाये गए है।
अक्षरधाम मंदिर की ऊंचाई 108 फ़ीट, लंबाई 240 फ़ीट, चौड़ाई 131 फ़ीट है।
और यह मंदिर में 97 नक्काशीदार स्तंभ,17 गुंबद,8 बालकनी,220 पत्थर के बीम,264 मूर्तियां बनी हुवी है। वैदिक वास्तुकला के अनुसार अक्षरधाम मंदिर में कहीं भी स्टील या लोहे का उपयोग नहीं किया गया है।
अक्षरधाम मंदिर के निर्माण में करीब पांच टन वजनी और 20 फुट लंबे पत्थर के बीम का उपयोग किया गया है।
Which places to visit in Akshardham Gandhinagar - अक्षरधाम गांधीनगर में देखने लायक क्या है?
अक्षरधाम मंदिर परिसर में बहोत सारी जगहें देखने लायक है। जैसे की।
- अक्षरधाम मुख्य मंदिर,
- अभिषेक मंडपम,
- भगवान स्वामीनारायण के जीवन पर आधारित प्रदर्शन,
- सहजानंद वन बाग़,
- सत चित आनंद वॉटर सॉ,
और दूसरे भी कई आकर्षण आये हुवे है।
Akshardham Temple Gandhinagar- अक्षरधाम मुख्य मंदिर

Image Credit : Wikimedia (Harsh4101991)
पुरे मंदिर परिसर के मध्य में बने हुवे मुख्य मंदिर में कुल मिलाकर तीन स्तर बने हुवे है। गर्भगृह, प्रथम मंजिल और तहख़ाना।
गर्भगृह : मंदिर के मध्य में जिसे केंद्रीय कक्ष भी कहा जाता है जहाँ पर सात फुट ऊँची श्री स्वामीनारायण की सोने से कवर की हुवी 1.2 टन वजन की पवित्र प्रतिमा बनी हुई है।
जिसे भगवान के रूप में अनुयायिओं द्वारा पूजा जाता है। भगवान स्वामीनारायण की इस मूर्ति को श्री स्वामीनारायण के आदर्शभक्त अक्षरब्रह्म गुणातीतानंद स्वामी और अक्षरमुक्त गोपालानंद स्वामी दोनों के मंत्रो से अभिभूत है।
मंदिर के चार कोनों में BAPS द्वारा श्री स्वामीनारायण के उत्तराधिकारियों की संगमरमर की मूर्तियां स्थापित है।
प्रथम मंजिल : मंदिर की प्रथम मंजिल को विभूति मंडपम के रूप में जाना जाता है। जहाँ पर भगवान स्वामीनारायण का आध्यात्मिक चरित्र का बहोत ही सुंदर तरीके से वर्णन किया हुवा है।
तहखाना : मंदिर के तहखाने को प्रसादी मंडपम के नाम से जाना जाता है। जहाँ पर भगवान स्वामीनारायण के जीवन के पवित्र अवशेषों का प्रदर्शन बनाया गया है।
Akshardham Mandir Gandhinagar timing - अक्षरधाम मंदिर टाइमिंग्स
मंदिर दर्शन टाइमिंग्स : मंगलवार से रविवार : 9:30 Am – 7:30 Pm
आरती टाइमिंग्स : 10 Am & 6:30 Pm
Note : सोमवार को मंदिर परिसर बंद रहता है।
Abhishek Mandapam - अभिषेक मंडपम
मंदिर परिसर में एक अभिषेक मंडपम बना हुवा है जहाँ पर श्री स्वामीनारायण का योगिक स्वरुप (जिसे नीलकंठ वर्णी के नाम से भी जाना जाता है) स्थापित है। जहाँ पर श्रद्धालु नीलकंठ वर्णी पर अभिषेक कर सकते है।
यहाँ पर नीलकंठ वर्णी की मूर्ति का अभिषेक 2014 में प्रमुखस्वामी द्वारा किया गया था। इस अभिषेक मंडपम का उद्घाटन 14 दिसम्बर 2015 को श्री स्वामीनारायण संप्रदाय के छठे आध्यात्मिक उत्तराधिकारी महंत स्वामी ने किया था।
अभिषेक : अभिषेक विधि में अभिषेक अनुष्ठान हिंदू श्लोकों के पाठ के साथ श्रद्धालु की कलाई पर पवित्र हिंदू सूत्र बांधने से शुरू होता है।
धागा बांधने के बाद श्रद्धालु पवित्र जल के एक छोटे बर्तन के माध्यम से नीलकंठ वर्णी की मूर्ति के ऊपर अभिषेक करते समय उनकी व्यक्तिगत इच्छा की प्रार्थना करता है।
दर्शन और पूजा : 10 Am – 7 Pm
अभिषेक दान : 50/- (प्रति व्यक्ति)
Akshardham Temple Gandhinagar Exhibitions - अक्षरधाम प्रदर्शनी
अक्षरधाम मंदिर परिसर में बने प्रदर्शन हॉल में पांच विभाग बनाये हुवे है।
First Part :
प्रदर्शन के प्रथम विभाग में हिंदू धर्म के बारे में एक ऑडियो-विडिओ फिल्म दिखाई जाती है। जो करीब 10 मिनट्स की है।
Second Part :
दूसरे हॉल की जिसे नीलकंठ हॉल और सहजानंद हॉल के नाम से जाना जाता है उसमे श्री स्वामीनारायण के जीवन,कार्य और शिक्षाओं को दर्शाते है।
Third Part :
तीसरे विभाग को मिस्टिक इंडिया हॉल के नाम से जाना जाता है। इस हॉल में भगवान स्वामीनारायण के जीवन के ऊपर आधारित एक फिल्म दिखाई जाती है।
आइए उसके बारे में थोड़ा विस्तार से जानते है।
Mystic India - मिस्टिक इंडिया

मिस्टिक इंडिया हॉल में एक थिएटर बना हुवा है जहाँ पर भगवान स्वामीनारायण के जीवन ऊपर आधारित 40 मिनट्स की फिल्म दिखाई जाती है।
इस फिल्म को पुरे भारत में 108 स्थानों में शूट किया गया है जिसमे करीब 45000 से भी ज्यादा लोगों ने अपना किरदार अच्छे से निभाया है।
यह मिस्टिक इंडिया फिल्म को फ्रांस और पेरिस के ला जियोड में 10 वें आंतरराष्ट्रीय लार्ज फॉर्मेट समारोह में “ऑडियंस चॉइस अवार्ड” और सैन जोस आईमैक्स फिल्म समारोह में “सर्वाधिक लोकप्रिय फिल्म” सहित कई और सम्मान प्राप्त हुवे है।
इस फिल्म का निर्देशन कीथ मेल्टन और स्वर पीटर ओ’टोल द्वारा दिया गया है।
Forth Part :
चौथे विभाग को प्रेमानंद हॉल के नाम से जाना जाता है। प्रेमानंद हॉल को तीन अलग अलग वर्गों में विभाजित किया गया है।
प्रथम हॉल : प्रथम हॉल रामायण,महाभारत,उपनिषद और हिंदू धर्मग्रंथो को समर्पित है।
दूसरा हॉल : दूसरा हॉल दुनिया के प्रमुख धर्मो के प्रतीकों,पवित्र स्थलों,धर्मग्रंथो और प्रार्थनाओं के फोटो को प्रदर्शित करता है।
तीसरा हॉल : तीसरा हॉल भारत के महान कवियों को श्रद्धांजलि के रूप में बनाया गया है।
Fifth Part :
पांचवे विभाग को संत परम हितकारी हॉल के नाम से जाना जाता है।
इस हॉल में करीब 15 से 20 मिनट्स का ऑडियो-एनिमेट्रोनिक्स शॉ दिखाया जाता है।
Akshardham Temple Gandhinagar Exhibitions Ticket Timings & Entry Fees - अक्षरधाम प्रदर्शन टाइमिंग्स & एंट्री फीस..
Ticket Window Opens :
- 10 Am – 5:30 Pm
Exhibitions Entry Fees :
- Adults (Age 11+): ₹ 60
- Children (Age 3–11): ₹ 40
- Children (Below Age 3): Free
Sat-Chit-Anand Water Show-सत-चित-आनंद वॉटर शॉ
सत-चित आनंद वॉटर शॉ कठोपनिषद पे आधारित एक व्याख्यात्मक प्रदर्शन है। जिसमे नचिकेता के द्रश्टांत को नाट्यात्मक रूपांतर करके जीवन जीने की चाबी को सुन्दर तरीके से समझाया गया है।
कठोपनिषद : कठोपनिषद एक संस्कृत शब्द है जिसे कठिन उपनिषद भी कहा जाता है जिसका मूल नाम कथा उपनिषद है।
कठोपनिषद प्राथमिक उपनिषदों में से एक है और 108 उपनिषदों में से 3 नंबर के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
कुल 108 उपनिषद है जिसे अलग प्रकार से वर्गीकृत किया गया है।
108 उपनिषद में से प्रायः13 उपनिषदों को मुख्य उपनिषद कहा जाता है। जो इस प्रकार है..
- ईशावास्योपनिषद्,
- केनोपनिषद्
- कठोपनिषद्
- प्रश्नोपनिषद्
- मुण्डकोपनिषद्
- माण्डूक्योपनिषद्
- तैत्तरीयोपनिषद्
- ऐतरेयोपनिषद्
- छान्दोग्योपनिषद्
- बृहदारण्यकोपनिषद्
- श्वेताश्वतरोपनिषद्
- कौशितकी उपनिषद्
- मैत्रायणी उपनिषद्
इस शॉ का उद्घाटन 3 अप्रैल 2010 को प्रमुख स्वामी द्वारा किया गया था। यह एक जिवंत शॉ है जिसमे नचिकेता के यमराज के साथ हुवे वार्ता को बहोत ही सुंदर तरीके से वॉटर स्क्रीन प्रोजेक्शन,लेसर,फायर,फाउंटेन एनीमेशन,म्यूजिक द्वारा दर्शाया गया है।
उनकी यह बातचीत मनुष्य की प्रकृति,ज्ञान,आत्मज्ञान और मोक्ष की समज बहोत ही अच्छी तरीके से इस लेज़र शॉ में समजायी गयी है।
नचिकेता की यह कहानी आपको कठिनाइयों का सामना करने,सच्चे सिद्धांतो के पालन,आत्मा का साक्षात्कार और किसी भी विकट परिस्थिति में आध्यात्मिक दृष्टिकोण रखना सिखाती है।
यह जिवंत शॉ करीब 45 मिनट्स का है। जो आपको एक अलग ही दुनिया में ले जायेगा।
अगर आप अक्षरधाम मंदिर देखने आ रहे हो तो मेरा सुझाव है की आप इस शॉ को जरूर से देखें।
Akshardham Gandhinagar water show timings - अक्षरधाम वाटरशॉ टाइमिंग्स
सत-चित वॉटर शॉ शाम को सूरज ढलने के बाद शुरू होता है।
वैसे तो प्रथम शॉ करीब 6:30 Pm से 7:30 Pm बजे के बिच में शुरू होता है।
और कुछ खास दिनों (छुटियों के दिनों और पब्लिक हॉलिडे के दिनों) में जब प्रवासियों की भीड़ ज्यादा रहती है तब दो शॉ आयोजित होते है। उस दिन दूसरा शॉ करीब 9 बजे शुरू होता है।
Akshardham Gandhinagar water show Entry Fees - अक्षरधाम वाटरशॉ एंट्री फीस
Entry Fees :
- Adults (Age 11+) : 100/-
- Children (Age 3 – 11) : 70/-
- Children (Below Age 3) : Free
Time to See : 45 Minutes
Terror Attack in Akshardham Gandhinagar - टेररिस्ट एटैक
24 सितंबर 2002 के दिन एक बहोत ही ख़राब और दुःख देने वाली घटना दुर्भाग्य वश इस मंदिर में हुवी।
दो सशस्त्र आतंकवादियों ने अक्षरधाम पर हमला किया जिसमे 33 लोग मरे गए और करीब 70 लोग घायल हुवे।
भारतीय सुरक्षा गार्ड ने दोनों आतंकवादियों को लंबी भिड़ंत के बाद अटैक के दूसरे दिन सुबह को मार गिराया।
29 सितंबर 2002 के दिन प्रमुख स्वामी के नेतृत्व में एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित संतो और लोगों ने दिवंगत आत्माओं और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना की।
हमले के चौदह दिन बाद अक्षरधाम परिसर को फिर से खोल दिया गया।
Akshardham Temple Gandhinagar
Fundamentals of the Swaminarayan philosophy - स्वामीनारायण दर्शन के मूल सिद्धांत

Image Credit : Wikimedia
स्वामीनारायण के दर्शन का मूल सिद्धांत रामानुजाचार्य द्वारा प्रतिपादित विशिष्टाद्वैत है।
रामानुज या रामानुजाचार्य (1017–1157) : एक भारतीय धर्मशास्त्री, दार्शनिक और हिंदू धर्म के भीतर श्री वैष्णववाद परंपरा के सबसे महत्वपूर्ण प्रतिपादकों में से एक थे।
विशिष्टाद्वैत : यह वेदांत दर्शन का एक स्कूल है जो एक अंतनिर्हित एकता के लिए सभी विविधता में विश्वास करता है।
- धर्म : बताये गए धर्मग्रंथों में उचित आचरण : श्रुति और स्मृति
- भक्ति : सर्वोच्च भगवान की महिमा की चेतना में संयुक्त आत्मा का सर्वोत्तम प्रेम।
- ज्ञान : आत्मा,भ्रम और भगवान के बारे में जागरूकता।
- वैराग्य : सभी भौतिक संपत्ति से अलगाव और ईश्वर के प्रति पूर्ण लगाव जिसे वैराग्य या त्याग के रूप में जाना जाता है।
- माया : सत्व,रज और तम तीन गुणों में भ्रम होना। माया इंसानी शरीर के लिए और शरीर के रिश्तेदारों के लिए अहंकार पैदा करता है।
- मुक्ति : ईश्वर की निष्काम आराधना करना जिसे मुक्ति या मोक्ष कहते है।
- स्वात्मन : आत्मा का ज्ञान होने के बाद एक व्यक्ति को पारलौकिक आनंद का अनुभव होता है। जो भक्तियोग के माध्यम से भगवद गीता में उल्लेखित है। यह पुरे शरीर में व्याप्त है और वह सार है जो पदार्थ और जीवन को अलग करता है और खुद की खुद से पहचान करवाता है।
- परमात्मन : यह आत्मा के भीतर सर्वव्यापी है जिसे सर्वोच्च आत्मा भी कहा जाता है। जैसे आत्मा शरीर में मौजूद है वैसे यह अनंत भौतिक ब्रह्मांडो में व्याप्त है।
स्वामीनारायण ने हिंदू ग्रंथो का प्रचार किया था। उन्होंने भागवत पुराण को उच्च अधिकार में रखा था।
हालां की ऐसे कई ग्रंथ है जो भगवान स्वमिनारायण या उनके अनुयायिओं द्वारा लिखे गए थे जिन्हे स्वामीनारायण संप्रदाय में शास्त्र माना जाता है।
स्वामीनारायण संप्रदाय में उल्लेखनीय शास्त्रों में शिक्षापत्री और वचनामृत है।
अन्य महत्वपूर्ण कार्यो में सत्संगी जीवन,निस्चलानंद काव्य,भक्त चिंतामणि और गुणानंद स्वामी के प्रवचन जिसे स्वामी नी वातो के नाम से जाना जाता है।
शिक्षापत्री :
श्री स्वामीनारायण ने 11 फरवरी 1826 को शिक्षापत्री लिखी थी। जिसका स्वामीनारायण के निर्देशन में नित्यानंद स्वामी द्वारा गुजराती में अनुवाद किया गया था जो आज संप्रदाय में प्रतिष्ठित है।
शिक्षापत्री एक छोटीसी पुस्तिका है जिसमें धर्म के अभ्यास और समाज पर टिपण्णी दी गई है। शिक्षापत्री में 212 संस्कृत छंद है जो स्वामीनारायण के मुख्य सिद्धांतो को रेखांकित करते है।
स्वामीनारायण का मानना था की उनके अनुयायियों को एक अनुशासित और नैतिक जीवन जीने के लिए वचनबद्ध होना चाहिए।
स्वामीनारायण संप्रदाय के अनुयायी बहोत ही अच्छी तरह से प्रति दिन उनका पालन करते है।
वचनामृत :
स्वामीनारायण की सामाजिक,दार्शनिक और व्यावहारिक शिक्षाएँ वचनामृत में दर्शाये गए है।
वचनामृत स्वामीनारायण संप्रदाय के पांच प्रमुख संतो (मुक्तानंद स्वामी,गोपालानंद स्वामी,नित्यानंद स्वामी,शुकानंद मुनि और ब्रह्मानंद स्वामी) द्वारा दर्ज किये गए संवादों का संग्रह है।
वचनामृत में धर्म (नैतिक आचरण), ज्ञान (स्वयं के स्वरुप को समझना), वैराग्य (भौतिक सुख से दूरी), भक्ति(ईश्वर के प्रति निस्वार्थ समर्पण) और मोक्ष पर विचार शामिल है।
How to Reach Akshardham Gandhinagar - अक्षरधाम कैसे पहुंचे?
By Air :
अक्षरधाम गांधीनगर से सबसे नजदीकी हवाई अड्डा अहमदाबाद एयर पोर्ट है जो यहाँ से करीब 21 किमी की दूरी पर आया हुवा है।
आप को यहाँ आने के लिए एयर पोर्ट से टैक्सी या कैब मिल जाएगी। जो आपको सीधा यहाँ पर पहुंचा देगी।
अहमदाबाद हवाई अड्डा गुजरात का सबसे बड़ा हवाई अड्डा है और वह देश और विदेश के कई प्रमुख शहरों से सीधे हवाई मार्ग से जुड़ा हुवा है।
By Rail :
अक्षरधाम से नजदीकी बड़ा रेल्वे स्टेशन अहमदाबाद ही है। जो यहाँ से करीब 29 किमी की दूरी पर आया हुवा है।
यहाँ से भी आप टैक्सी या कैब की मदद से सीधे अक्षरधाम पहुँच सकते हो।
रेल्वे सटशन से नजदीक में आए हुवे बस स्टेशन से आप को सरकारी बस भी मिल जाएगी जो आप को गांधीनगर बस स्टैंड तक पहुंचा देगी।
अहमदाबाद रेल्वे स्टेशन भी देश के प्रमुख शहरों से रैल मार्ग द्वारा अच्छी तरह जुड़ा हुवा है।
By Bus :
गांधीनगर का खुद का बस स्टेशन है जो राज्य के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुवा है। बस स्टेशन से अक्षरधाम मंदिर करीब 6.3 किमी की दूरी पर आया हुवा है।
लोकल व्हीकल द्वारा आप आसानी से अक्षरधाम मंदिर तक पहुँच सकते हो।
अक्षरधाम गांधीनगर मंदिर से कुछ प्रमुख शहरों से दूरी कुछ इस प्रकार है।
- अहमदाबाद – 27 किमी
- बड़ौदा – 136 किमी
- अंबाजी – 161 किमी
- माउंट आबू – 207 किमी
- उदयपुर – 243 किमी
- राजकोट – 244 किमी
- मुंबई – 549 किमी
Akshardham Temple Gandhinagar
Akshardham Gandhinagar Accommodation - कहाँ पर रुकें?
अगर आप गांधीनगर आए है और यहाँ पर रुकने का विचार है तो गांधीनगर में रुकने के तीन तरीके है।
सरकारी गेस्टहाउस :
अगर आप सरकारी गेस्टहाउस में रुकना चाहते हो तो उसकी लिंक में निचे दे रहा हूँ आप एक बार आने से पहले जरूर से चेक कर लीजियेगा।
Akshardham Gandhinagar Dharamshala - अक्षरधाम गांधीनगर धर्मशाला
दूसरा तरीका है की आप अक्षरधाम के नजदीक आए हुई धर्मशाला में रुक जाये। यहाँ पर में कुछ धर्मशाला के नाम दे रहा हूँ जिसके साथ वहां के फ़ोन नंबर भी दे रहा हूँ।
आप अगर जाना चाहे तो एक बार आने से पहले जरूर से इन्क्वायरी करलें।
1. कड़वा पाटीदार समाज (उमा समाज भवन)
अक्षरधाम से दूरी – 6.5 किमी
Room Booking Office # 9879345300
Bhojanalaya # 9537445300
2. राजपूत समाज भवन
अक्षरधाम से दूरी – 7 किमी
Phone # [079] 23238778
Hotels Near Akshardham Gandhinagar
तीसरा रास्ता यह है की आप नजदीक में आए गेस्टहाउस या होटल्स में रुक जाए।
में निचे कुछ लिंक दे रहा हूँ जहाँ से आप अपनी जरूरियात के अनुसार होटल बुक कर सकते हो।
Note : मुझे निचे दी गयी कोई भी होटल्स की लिंक से किसी भी प्रकार की आय नहीं हो रही। यहाँ सिर्फ में उसे आप की अनुकूलता के लिए दे रहा हूँ।
Gandhinagar Atmospher - गांधीनगर वातावरण
कहीं भी घूमने जाने से पहले आप को उस जगह का और आने वाले कुछ दिनों का वातावरण जान लेना अत्यंत आवश्यक है जिससे आप को किन किन चीजों की जरुरत रहेगी उसकी तयारी कर सको। जिससे आप अपनी यात्रा को ज्यादा सुखद कर सको।
में यहाँ पर आप को इस जगह का लाइव वातावरण जानने के लिए एक लिंक दे रहा हूँ जिससे आप यहाँ का वातावरण जान सकते हो।
Places to Visit Near Akshardham Gandhinagar - नजदीक में घूमने वाली जगहें..
अक्षरधाम मंदिर के पास में दूसरी भी कई घूमने लायक अच्छी जगहें आई हुई है जहाँ पर भी आप दूसरे दिन जा सकते हो। जैसेकि..
- चिल्ड्रंस पार्क – 1.2 किमी
- इंद्रोदा पार्क – 6.3 किमी
- अडालज स्टेपवेल – 14 किमी
- दादा भगवान त्रिमंदिर – 14 किमी
- मिनी वैष्णो देवी मंदिर – 19 किमी
Akshardham Temple Gandhinagar
Basic Information
Parking
पार्किंग : पैड पार्किंग ( मालिक के जोखिम पर )
टाइम : सुबह 9:30 बजे से खुला शाम मंदिर का गेट बंद होने तक।
नियम :
- केवल आगंतुकों के लिए (सख्ती से)
- किसी भी माल या माल वाहनों की अनुमति नहीं है।
- पहले आओ,पहले पाओ के आधार पर।
Cloak Room
शुल्क : नि: शुल्क
टाइम : सुबह 9:30 बजे से खुला शाम मंदिर का गेट बंद होने तक।
नियम :
- केवल आगंतुकों के लिए।
- इलेक्ट्रॉनिक आइटम जमा : स्विच ऑफ (अनिवार्य)।
- कोई पैसा या कीमती सामान जमा नहीं करना चाहिए।
- मालिक के जोखिम पर जमा राशि।
Wheel Chairs
शुल्क : शारीरिक रूप से अक्षम, बुजुर्गों और जरूरतमंदों के लिए नि:शुल्क
उपलब्ध : सुरक्षा मंजूरी के बाद प्रवेश द्वार पर.
Food Court
प्रेमवती फूड कोर्ट में शुद्ध, ताजा शाकाहारी भोजन और नाश्ता उपलब्ध है।
Photography
फोटोग्राफी : मान्य नहीं।
फ़ोन : मैन गेट के पास फरजियात रूप से जमा करवाना पड़ेगा।
अगर आप स्वामीनारायण संप्रदाय के गुजरात में आए हुवे दुसरे एक बड़े मंदिर नीलकंठ धाम पोइचा के बारे में कुछ नहीं जानते तो मैंने वह मंदिर के ऊपर दूसरा एक आर्टिकल विस्तार से लिखा हुवा है।
अगर आप चाहो तो उसे निचे दी गयी लिंक पर जाके पढ़ सकते हो।
Read Hear : नीलकंठ धाम, पोइचा.
अक्षरधाम गांधीनगर के बारे में और भी ज्यादा जानकारी अगर आप चाहते हो तो में ऑफिसियल लिंक दे रहा हूँ। आप वहां से और भी ज्यादा जानकारी प्राप्त कर सकते हो।
Official Website : Akshardham Gandhinagar
Akshardham Temple Gandhinagar – यह आर्टिकल मैंने अपने खुद के अनुभव और मेरे दोस्तों के अनुभव से लिखा हुवा है।
अगर आप अक्षरधाम मंदिर के बारे में और भी ज्यादा जानकारी रखते हो तो यहाँ पर कमेंट बॉक्स में जरूर से शेयर कीजिये जिससे यहाँ पर घूमने आने वाले यात्रिको को अक्षरधाम मंदिर के बारे में और भी अच्छी जानकारी मिल सके जो हमारा इस आर्टिकल लिखने का मुख्य उदेश्य भी है।
अगर आप को यह आर्टिकल में दी गयी जानकरी उपयोगी लगी हो तो एक लाइक करना न भूलें और अपने दोस्तों में जरूर से शेयर कीजिये। और मेरी इस वेबसाइट को नोटिफिकेशन बेल दबाके जरूर से सब्सक्राइब कर लीजिये जिससे आगे आने वाले ऐसे और भी कई आर्टिकल का नोटिफिकेशन आप को मिल सके और मुझे और ज्यादा अच्छे आर्टिकल लिखने की प्रेरणा मिले।
Note : आर्टिकल में दी गयी टिकट की किंमत समय समय पर बदल सकती है। मैंने यहाँ मौजूदा किंमत दी है जिसे में समय समय पर अपडेट करता रहूँगा। फिरभी आप दी गयी किंमत को लगभग किंमत मान कर चलें।
अपना कीमती समय इस आर्टिकल को देने के लिए आपका धन्यवाद।
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